लीकेज में ही बह रहे हैं ढाई करोड़ रुपए शहरवासी भले ही संकट से जूझ रहे हो लेकिन निगम के अफसर इंजीनियर इसी जल संकट के सबसे बड़े कारण लीकेज में लाभ का बड़ा खेल कर रहे हैं आपको हैरानी होगी कि एक लीकेज को दुरुस्त करने के नाम पर कम से कम ₹500000 से ₹1000000 तक का बजट खत्म किया जा रहा है लीकेज दुरुस्त करने के नाम पर एक साल के दौरान ढाई करोड़ रुपए तक की राशि खर्च की जा रही है बीते 1 माह के दौरान ही निगम की ओर से लीकेज दुरुस्त किए गए ऐसे में आप समझ सकते हैं कि कितने लाख रुपए इन लीकेज को दुरुस्त करने में निगम की जेब से निकाले गए पीएंडटी क्षेत्र में लीकेज ठीक करने ठेकेदार को 5.5 लाख रुपए दिए गए