पहले नदी के पानी की सैंपलिंग किनारे से होती थी क्योंकि किनारे के पानी का ही घाटों पर अधिकांश लोग उपयोग करते हैं बे ना केवल इस में स्नान करते हैं बल्कि आचमन के लिए भी नदी के पानी का उपयोग करते हैं लेकिन लेकिन अब पीसीबी का अमला नदी के बीच में से सैंपल ले रहा है क्योंकि नदी के बीच में प्रवाह तेज रहता है इसलिए किसी तरह की गंदगी यहां टिक ही नहीं पाती इसलिए असलियत सामने नहीं आ पाती I