अब मुफ्त में राशन लेने बालो की खुलेगी पोल मुफ्त में राशन लेने वाले 93 लाख हितग्राहियों का पिछले 10 वर्षों में आधार ऑथेंटिकेशन नहीं हो पाया है जैसे ही इनका आधार ऑथेंटिकेशन होगा वैसे ही इनका पूरा डाटा भारत सरकार के ऑनलाइन पोर्टल पर आ जाएगा इससे बे एक से अधिक राज्यों में मुफ्त में खाद्यान्न सहित गरीबी रेखा से नीचे मिलने वाली शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं ले पाएंगे दरअसल अब फिर से आधार ऑथेंटिकेशन की तैयारी की जा रही है जिला स्तर पर अभियान चलाया जाएगा जिससे अपात्र हितग्राहियों का नाम सूची से बाहर किया जा सके वैसे भी नए हितग्राहियों का नाम जोड़ने आवेदन लिए जा रहे हैं उनका आधार ऑथेंटिकेशन किया जा रहा है करीब सवा 8 करोड़ आबादी मैं साढ़े 5 करोड़ से अधिक लोग बीपीएल की श्रेणी में है इन्हें एक ₹2 किलो में सरकार चावल गेहूं दे रही है 2500000 हितग्राहियों के आधार ऑथेंटिकेशन के दौरान लाखों लोगों का नाम बीपीएल की सूची से बाहर किया गया था राजनीतिक हस्तक्षेप के बाद अभियान को खाद्य विभाग रोक दिया था